एन.जी.टी. के विरोध में जल समाधि लेंगे शिक्षक श्यामलाल निषाद

सुलतानपुर।मोस्ट कल्याण संस्थान कार्यालय निषाद भवन विनोवापुरी में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एन.जी.टी. जिसके तहत नदी तट के दोनों तरफ 200 मीटर अपनी ही भूमि के उपयोग से वंचित करने वाले दमनकारी कानून को लोकहित में स्थगित/परिवर्तित कराने तक संघर्ष का निर्णय लिया गया, जिसमें दिनाँक 6 जून 2020 को दोपहर 10 बजे सीताकुंड घाट (गोलाघाट पुल के पास) मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद "गुरुजी" अपने जाबांज साथियों, समर्थकों व एन.जी.टी. से आहत/पीड़ितों के साथ जल समाधि लेंगे। सहर्ष महाजल समाधि लेने वाले जाबांज साथियों को सूचीबद्ध करने का कार्य अगले सप्ताह से मोस्ट टीम द्वारा प्रारम्भ कर दिया जाएगा। 
         मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद "गुरुजी" ने कहा कि भूमिहीनों, गरीबों का अस्तित्व मिटाने वाले एन.जी.टी. कानून को किसी भी सूरत में लागू नही होने देंगे, इस दमनकारी कानून को रोकने के लिए जान की बाजी लगाएंगे।
         जिला संयोजक जीशान अहमद ने कहा कि अगर किसी को प्रशासन द्वारा एन.जी.टी. कानून से डराया धमकाया जाता है तो इसकी सूचना तत्काल मोस्ट पदाधिकारियों को दें।
         इस अवसर पर उप निदेशक राजकुमार गौतम, सह संयोजक नरेन्द्र निषाद, मीडिया प्रभारी अनिल कुमार निषाद, मोस्ट प्रमुख प्रतापपुर कमैचा राकेश कुमार गौतम, मोस्ट प्रमुख दूबेपुर ताज मोहम्मद शेख, मोस्ट ब्लॉक संयोजक अमृतलाल निषाद, मोस्ट प्रमुख कूरेभार गोविंद कुमार, मोस्ट प्रमुख लम्भुआ सोनू निषाद, मोस्ट प्रमुख कुड़वार राम उजागिर, धीरेंद्र निषाद, जितेन्द्र निषाद, राम केवल निषाद, राजीव कुमार निषाद, शिवकुमार, रवीन्द्र कुमार, राकेश कुमार सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।