नागरिकता संशोधन बिल पर मार्क्सवादी ने किया प्रदर्शन

सुलतानपुर/ नागरिकता संशोधन कानून वापस लो,साझी शहादत-साझी विरासत जिन्दाबाद,काला कानून वापस लो,एन. आर. सी.की प्रकिया पर रोक लगाओ नारों के साथ भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) सुल्तानपुर के नेतृत्व में रामनरेश त्रिपाठी सभागार पर स्थित पंडित राम प्रसाद विस्मिल की प्रतिमा पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित कर ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौपा। प्रदर्शन की शुरुआत काकोरी काण्ड के अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की मूर्ति पर माल्यापर्ण एवं पुष्प अर्पण के साथ हुई।प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए राज्य कमेटी सदस्य राधेश्याम वर्मा ने कहा कि नागरिक संशोधन कानून संविधान विरोधी कानून है। यह कानून संविधान की मूल भावना के खिलाफ़ है। हमारा संविधान हमारी आजादी के उन मूल्यों से निर्मित है जिसे अशफ़ाक़ उल्ला खान एवं  पंडित रामप्रसाद बिस्मिल ने अपनी साझी शहादत देकर कायम किया था।यह कानून उनकी शहादत का अपमान है।इसे हर हाल में वापस लिया जाना चाहिए।पार्टी जिला सचिव कॉमरेड नरोत्तम शुक्ल ने कहा कि अपने सभी आर्थिक मोर्चों पर फेल यह सरकार इस तरह का कानून लाकर देश को सांप्रदायिक आधार पर बाँट देना चाहती है। शशांक पाण्डेय ने कहा कि कहा कि यदि यह सरकार कानून बनाने की अगर इतनी शौक़ीन है तो देश के करोड़ों बेरोजगार नौजवानों को रोजगार देने के लिए कानून क्यों नही बनाती है?यह सरकार देश के युवाओं एवं जनता को आपस में बाँट देना चाहती है।हम सब एक साथ मिलकर इनकी इस नापाक साजिश का पर्दाफाश करेंगे और उनके हमलों का मुक़ाबला करेंगे।
   प्रदर्शन का नेतृत्व विवेक विक्रम सिंह,अरविंद श्रीवास्तव,मंजू सिंह, जवाहर लाल ,राजबहादुर यादव, कंचन, जुल्फिकार, कृपाशंकर शर्मा, इमरान, मानवेन्द्र, अरशद, सैफ खान, पार्थ द्विवेदी, सचिन सिंह,सौरभ मिश्रा, राजीव तिवारी, राजीव तिवारी, दिव्यांग शर्मा,शिवनाथ मिश्रा आदि ने किया।