आरती तो बहाना है,,नदियों को बचाना है

सुलतानपुर/गोमती मित्र मंडल द्वारा विगत आठ वर्षों से हर रविवार सायंकाल होने वाली आदि गंगा मां गोमती की महाआरती १५ दिसंबर को भी हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में मां गोमती के गगनभेदी जयकारों के साथ संपन्न हुई,,वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ कुंवर दिनकर प्रताप सिंह ने बताया कि २०१२ में आरती शुरू करने के पीछे मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों को नदी संरक्षण एवं पौराणिक स्थलों से जोड़ने का एक प्रयास था,इसमें गोमती मित्रों को सफलता भी मिली है, मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी का कहना है की धाम पहुंचने वाले हर श्रद्धालु को आरती के तत्काल बाद संकल्प दिलाया जाता है कि मां गोमती की जलधारा को दूषित नहीं करेंगे,१५ दिसंबर की आरती भारत विकास परिषद के पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा संपन्न कराई गई जिसमें मुख्य रूप से आलोक कनोडिया,अरुण श्रीवास्तव,प्रवीण डीरोलिया, धनंजय मुखर्जी,विवेक श्रीवास्तव, प्रदीप बरनवाल,प्रशांत टंडन, अंकुर अग्रवाल,माधव कसौधन, मनोज कसौधन,अनुराग कसौधन, के.दिनेश कसौधन,पवन पोपटानी,अखिलेश जयसवाल, अमित बरनवाल आदि उपस्थित रहे।।