इन्हीं परिस्थितियों के दृष्टिगत रखते हुए किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य सुधार एवं जीवन स्तर ऊपर उठाने के उद्देश्य से उ0प्र0 के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उ0प्र0 किशोरी बालिका योजना की शुरूआत की है। जिसके अन्तर्गत उन्हें प्रोटीन, आयरन, विटाामिन एवं कार्बोहाइट्रेड से भरपूर अनुपूरक पुष्टाहार दिये जाने की व्यवस्था की गई है। यह व्यवस्था उ0प्र0 के समस्त जिलों में संचालित है। प्रदेश सरकार द्वारा किशोरियों के लिए संचालित योजना (एस0ए0जी0) के अन्तर्गत 11 से 14 वर्ष तक की स्कूल न जाने वाली किशोरियों को लक्षित किया गया है। इस योजना का उद्देश्य है कि ऐसी किशोरी बालिकाओं को शिक्षित किया जाय तथा उनके स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार किया जाय। सरकार द्वारा संचालित इस योजना का पूरे प्रदेश में क्रियान्वयन किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार द्वारा एनीमिया दूर करने के लिए 8 से 22 मार्च 2019 तक 11 से 14 वर्ष की किशोरियों में एनीमिया से मुक्ति के लिए विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान में स्कूल जाने वाली 11,28,901 किशोरियों के स्वास्थ्य की जाँच की गई, जिसमें 2,15,830 किशोरियां एनिमिया से ग्रस्त पायी गईं। उसी तरह स्कूल न जाने वाली 2,14,534 किशोरियों के स्वास्थ्य की जाँच की गई, जिसमें कुल 53,603 किशोरियां एनीमिया से ग्रस्त पाई गई। किशोरियों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए उन्हें किशोरी हेल्थ कार्ड देते हुए उनके वजन, ऊँचाई, वाॅडी मास इन्डेक्स, हीमोग्लोबीन का स्तर, खून की जाँच का परिणाम, दी गई आयरन की गोलियों की संख्या आदि का अंकलन करते हुए उनका अनुश्रवण किया जाता है।
प्रदेश सरकार ने प्रदेश के समस्त आॅगनबाडी केन्द्रों पर प्रत्यके माह की 8 तारीख को किशोरी दिवस मनाने की व्यवस्था की है। इस दिन किशोरियो को जारी कार्ड के अनुसार शारीरिक स्वच्छता, पुष्टाहार वितरण एवं स्वास्थ्य का अनुश्रवण किया जाता है। प्रदेश की लाखों किशोरियां इस योजना से लाभान्वित हो रही है। प्रदेश के 53 जिलों की किशोरियों को काला चना, अरहरदाल, मोटा अनाज ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो, मक्का, देशी घी, 4 माह के लिए एकमुश्त दिया जाता है। 22 जिलों की किशोरियों को मीठा दलिया, नमकीन दलिया एवं प्री0-मिक्स लड्डू दिये जा रहे हंै। प्रदेश सरकार की इस योजना से किशोरी बालिकायें लाभान्वित होकर अपना विकास कर रही हैं।