मां बाप ने उंगली पकड़कर चलना सिखाया उनका सदैव सम्मान करो-दीपक सिंह

सुलतानपुर /मोटिवेशनल स्पीकर एवं समाजसेवी डाॅ0 प्रवीण सिंह 'दीपक' ने अपनी माता जी श्रीमती गायत्री सिंह, रिटायर्ड प्रधानाध्यापिका का 66वां जन्मदिन अनोखे अंदाज में मनाया। शनिवार की शाम वृद्ध आश्रम, आनन्द भवन सुलतानपुर के लिए कुछ खास थी, अवसर था गायत्री सिंह के जन्मदिन का, जिसे वृद्वाश्रम में संवासी माता पिता के साथ भजन-कीर्तन और उन्हंे उपहार स्वरुप जैकेट व स्वेटर भेंटकर तथा केक काटकर हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। 
फेयरडील ग्रामोद्योग सेवा समिति द्वारा संचालित वद्धाश्रम में डाॅ0 प्रवीण सिंह 'दीपक' ने अपने विचार रखते हुए कहा जिनके सिर पर माता पिता का साया है वे लोग बहुत किस्मत वाले हैं। समाज मंे माता-पिता की उपेक्षा करना या उन्हें बोझ समझना अपराध समान है। जिन माॅ बाप ने उंगली पकडकर चलना सिखाया उन्हें सदैव सम्मान और आदर मिलना चाहिए। हर एक को एक दिन बुढापे का सामना करना करना है। आज मैं अपनी माॅ का जन्मदिन वृद्धाश्रम में मना रहा हूॅं तो ऐसा लग रहा है,कि यहाॅ के बुजुर्गो ने जमाने की तमाम दौलत आशीर्वाद के रुप में दे दी है। इनके चेहरों पर खुशी से अपार आत्मिक संतोष एवं संतुष्टि मिली है।
श्रीमती गायत्री सिंह ने भावविभोर होकर कहा कि आज बच्चों ने मेरे जन्मदिन पर बुजुर्गों को जैकेट और स्वेटर आदि भेंट करने की योजना बनाई, इससे मैं अभिभूत हूॅ, समाज के सभी समर्थवान यदि अपनी आय का कुछ अंश जरुरतमंदों की सहायता में खर्च करें तो इससे बड़ा पुण्य और समाजसेवा का कोई दूसरा कार्य नहीं हो सकता।
डाॅ0 रुबी सिंह ने कहा कि बुढापा कोई अभिषाप नहीं है, बल्कि एक ऐसी अवस्था है जिसमें इंसान जीवन के तमाम झंझटों से मुक्त होकर आराम कर सकता है, भगवान का भजन करे और आराम करे, आश्रम के संवासी जितने आराम से जीवन बिता रहे हैं ऐसा सुख और आनन्द तो बडे बडे घर में भी किस्मत वालों को ही मिल पाता है। 
इस मौके पर डाॅ मनीषा सिंह ने कहा कि आज माॅ का जन्मोत्सव में ग्रामीण माताओं को देख रही हूॅं जिनके सिर पर पल्लू हैं सबके प्रति अपनापन है, कितने सरल और निष्छल प्रेम से सराबोर हैं। जिन घरों में बुजुर्ग नहीं हैं, उन घरों के बच्चों में बडों के प्रति आदर व सम्मान का विकास सम्भव ही नहीं है,माता पिता हमारी विरासत हैं उन्होनें आज तक देष की संस्कृति और रीति रिवाजों को निभाया हैं, हमें इसे आगेे बढाना है। 
इस अवसर पर वृद्वाश्रम अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार मौर्य ने आश्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी जन्मोत्सव में डाॅ0 प्रवीण सिंह 'दीपक' व उनकी पत्नी डाॅ0 रुबी सिंह के अलावा श्रीमती मनीषा सिंह, डाॅ0 आदित्य सिंह जी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। बेटी अनन्या सिंह.ने चुटकुले सुनाकर सभी को खूब हंसाया और सबका मन मोह लिया। इस अवसर पर विपुल सिंह, शिवेन्द्र विक्रम सिंह सहित आश्रम कार्मिक श्री केषन, मोहित सिंह, आषीष श्रीवास्तव, रुपा मौर्या, ब्रिजेष, रामू ,रामलली, मीरा,व दिनेष भी मौजूद रहे।